शराब के शौकीनों को जनता कर्फ्यू के दौरान भी ठेको पर मिली आसानी से शराब
आबकारी विभाग के अंतर्गत आने वाले शराब के ठेको ने दिखाया जनता कफ्र्यू को ठेंगा जनपद हापुड़।आपको बता दें कि आज दिनांक 22 मार्च 2020 को कोरोना वायरस के चलते माननीय प्रधानमंत्री द्वारा सुबह 7:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक जनता कर्फ्यू का ऐलान किया गया था।  जिसके अंतर्गत अस्पताल केमिस्ट की दुकान पेट्रोल …
कोरोना वायरस से जागरूक रह कर ही बच सकते है : हिमांशी शर्मा
देश  में कोरोना वायरस पूरी तरह से  फैल चुका है पर हमारा देश इस संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार नही है एवं देश की स्वास्थ्य विभाग के पास इतने संसाधन नही है जो हर संक्रमित इंसान को  स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवा सके फिर भी इस वायरस से जागरूक रह कर ही बचा जा सकता है ।   अपने आप को  हाइजीनिक रख कर ही हम इस क…
अब कल सुबह 5:30 पर फांसी पर लटकाया जाएंगे चारों अभियुक्त
सभी कानूनी रास्ते हुए बंद सुप्रीम कोर्ट ने भी खारिज की अंतिम याचिका दिल्ली: निर्भया कांड के चारों दोषियों को कल शुक्रवार को सुबह 5:30 बजे फांसी पर लटका दिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने आज उनकी अंतिम याचिका को भी खारिज कर दिया है‌।   इस तरह अब यह दिखाई दे रहा है कि कल 20 मार्च की सुबह निर्भया के चारों द…
कोरोना वायरस को लेकर जनपद में आगामी 2 अप्रैल तक शासन के निर्देशों के अनुपालन में सभी प्रकार के स्कूल बंद करने के निर्देश दिए गए हैं अनुपालन न करने पर जिला प्रशासन की ओर से संबंधित के विरुद्ध कराई जाएगी रिपोर्ट दर्ज
गाजियाबाद कोरोना वायरस को लेकर जनपद में आगामी 2 अप्रैल तक शासन के निर्देशों के अनुपालन में सभी प्रकार के स्कूल बंद करने के निर्देश दिए गए हैं अनुपालन न करने पर जिला प्रशासन की ओर से संबंधित के विरुद्ध कराई जाएगी रिपोर्ट दर्ज। जिला विद्यालय निरीक्षक रविदत्त ने जानकारी देते हुए अवगत कराया है कि शासन…
31 मार्च के बाद नहीं होगा BS4 वाहनों का रजिस्ट्रेशन
BS3 को लेकर 2017 में भी सुप्रीम कोर्ट ने दिया था ऐसा ही फैसला *31 मार्च से पहले करा लें अपनी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नही तो कबाड़ हो जाएंगे आपके वाहन* *जिन्होंने वहान ले रखे हैं और रजिस्ट्रेशन नही करा रखा हैं वो जल्दी करें अपने वहानों के करा लें रजिस्ट्रेशन* सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ऑटो इंडस्ट्री…
मुफ्तखोरी की आदत केजरीवाल ने नहीं पीएम नरेंद्र मोदी की देन है- अरविन्द कुमार गुप्ता
देश के राजनीतिक हलकों में यह शब्द पिछले तीन चार दिनों से गूंज रहा है। भाजपा के नेता, उनके समर्थक और कुछ दक्षिणपंथी झुकाव वाले पत्रकार साथी खास तौर पर इस शब्द को दिल्ली के वोटरों को अपमानित करने के लिये इस्तेमाल कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी और महिलाओं के लिये मुफ्त यात्रा के …